Haryana CM Nayab Saini- हरियाणा CM नायब सैनी की सीट बदली गई; करनाल से नहीं, लाडवा से चुनाव लड़ेंगे मुख्यमंत्री

हरियाणा CM नायब सैनी की सीट बदली गई; करनाल या नारायणगढ़ नहीं, लाडवा से चुनाव लड़ेंगे मुख्यमंत्री, हो गया ऐलान, कुरुक्षेत्र से रहे सांसद

Haryana BJP Candidate CM Nayab Saini Contest Polls From Ladwa

Haryana BJP Candidate CM Nayab Saini Contest Polls From Ladwa

Haryana CM Nayab Saini: हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए सीएम नायब सैनी की उम्मीदवारी काफी चर्चा में बनी हुई थी। सीएम सैनी किस सीट से चुनाव लड़ेंगे? इसे लेकर कई तरह के कयास लग रहे थे। लेकिन अब सीएम सैनी की सीट डिक्लेयर हो गई है। हालांकि, अभी बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व की तरफ से कोई घोषणा नहीं की गई है मगर हरियाणा बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बडौली ने खुद यह जानकारी दी है कि, सीएम नायब सैनी कुरुक्षेत्र जिले में लाडवा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे।

CM नायब सैनी की सीट बदली गई

मसलन, सीएम सैनी की विधानसभा सीट बदल दी गई है। सैनी करनाल या नारायणगढ़ से न लड़कर लाडवा विधानसभा से चुनावी मैदान में ताल ठोकेंगे। इससे पहले यह जानकारी मिली थी कि, सीएम सैनी के लिए करनाल, लाडवा ,नारायणगढ़ और रादौर जैसी सीटें रिज़र्व की गईं थीं। इन सीटों में से किसी एक सीट पर सीएम सैनी के चुनाव लड़ने की बात कही जा रही थी। वहीं सीएम सैनी के लाडवा से चुनाव लड़ने की ज्यादा चर्चा थी। फिलहाल यही सीट सैनी के लिए फाइनल कर दी गई।

सैनी CM चेहरा, इसलिए रिस्क नहीं लेना चाहती बीजेपी

नायब सैनी इस समय हरियाणा के सीएम हैं। साथ ही नायब सैनी हरियाणा में बीजेपी का सीएम चेहरा भी हैं। इसलिए बीजेपी सैनी पर कोई रिस्क नहीं लेना चाहती। बीजेपी हाईकमान द्वारा बेहद सोच-विचार करके लाडवा से सीएम सैनी की उम्मीदवारी तय की जा रही है। सीएम सैनी के लिए लाडवा सीट एक सेफ सीट मानी जा रही है। इस सीट पर सैनी समाज की एक अच्छी संख्या है।

कुरुक्षेत्र से सांसद रहे हैं नायब सैनी

लाडवा विधानसभा सीट, कुरुक्षेत्र जिले की सीट है और नायब सैनी कुरुक्षेत्र से सांसद रहे हैं। सैनी 2019 से 2024 तक कुरुक्षेत्र लोकसभा क्षेत्र से सांसद रहे। इससे पहले सैनी 2014 से 2019 तक नारायणगढ़ विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे और इस दौरान वह 2015 से 2019 तक हरियाणा सरकार के राज्य मंत्री पद पर भी रहे। वहीं सीएम सैनी को 2023 में हरियाणा बीजेपी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था। जबकि इसी साल मार्च 2024 में जेजेपी से गठबंधन टूटने और मनोहर लाल खट्टर के सीएम पद से इस्तीफे के बाद बीजेपी ने मनोहर लाल नायब सैनी को हरियाणा का सीएम बनाया था।

सैनी ने करनाल से विधानसभा उपचुनाव जीता

गौतलब है कि, सीएम बनने के बाद नायब सैनी ने इसी साल जून में करनाल से ही विधानसभा का उपचुनाव जीता था। करनाल विधानसभा उपचुनाव में नायब सिंह सैनी ने सरदार तरलोचन सिंह को 41 हजार 483 मतों के अंतर से हराया था। करनाल विधानसभा सीट मनोहर लाल के विधायक पद से इस्तीफे के बाद खाली हुई थी। मनोहर लाल करनाल लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने उतरे थे। वह इस समय यहां से सांसद और केंद्र में मंत्री हैं।

हरियाणा में 1 फेज में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग

हरियाणा में 16 अगस्त को विधानसभा चुनाव-2024 को लेकर शेड्यूल जारी किया जा चुका है। हरियाणा में विधानसभा चुनाव एक फेज में होगा। हरियाणा में 5 सितंबर को नामांकन के लिए अधिसूचना जारी की जाएगी। जिसमें नामांकन की लास्ट डेट 12 सितंबर होगी। वहीं चुनाव के लिए दाखिल नामांकनों की छटनी 13 सितंबर को की जाएगी. जबकि 16 सितंबर तक उम्मीदवार अपना नामांकन वापस ले सकेंगे। वहीं हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग 1 अक्टूबर को होगी। जबकि हरियाणा और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव का रिजल्ट एकसाथ 4 अक्टूबर को डिक्लेयर किया जाएगा।

हरियाणा में कितने पोलिंग स्टेशन और कितने वोटर

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने जानकारी दी है कि, हरियाणा के 22 जिलों में कुल 90 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होगी। इन 90 सीटों में 73 जनरल, 0 ST और 17 SC सीटें हैं। वहीं हरियाणा में कुल वोटरों की संख्या 2.01 करोड़ है। इन कुल वोटरों में 1.06 करोड़ पुरुष और 0.95 करोड़ महिला वोटर शामिल हैं।

वहीं हरियाणा में युवा वोटरों (उम्र-20 से 29) की संख्या 40.95 लाख है। जबकि फ़र्स्ट टाइम वोटरों (उम्र-18 से 19) की संख्या 4.52 लाख है। इसके साथ ही पीडबल्यूएस, बुजुर्ग और थर्ड जेंडर वोटर भी शामिल हैं। इसके अलावा हरियाणा में 10 हजार 495 लोकेशन पर 20 हजार 629 पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं। जहां लोग वोट डालने के लिए आएंगे।

रियाणा में इस बार जल्दी विधानसभा चुनाव

हरियाणा में मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 3 नवंबर 2024 को समाप्त होने वाला है। यानि हरियाणा में मौजूदा सरकार का कार्यकाल 3 नवंबर, 2024 को समाप्त हो जाएगा। हरियाणा में विधानसभा की कुल 90 सीटों पर पिछला विधानसभा चुनाव साल 2019 में हुआ था। तब चुनाव आयोग ने 27 सितंबर को चुनावी नामांकन के लिए अधिसूचना जारी की थी और 4 अक्टूबर तक नामांकन दाखिल किए गए थे। वहीं 7 अक्टूबर नामांकन वापस लेने की तिथि थी। जबकि 2019 में हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग 21 अक्टूबर को हुई थी। जिसके बाद 24 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव में पड़े वोटों की गिनती की गई और रिजल्ट डिक्लेयर कर दिया गया था।

किसी भी पार्टी को नहीं मिला था बहुमत

2019 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को बहुमत हासिल नहीं हुआ था। हरियाणा की कुल 90 विधानसभा सीटों में बहुमत के लिए किसी पार्टी को अकेले दम पर 46 सीटों की जरूरत होती है। लेकिन रिजल्ट के बाद सत्ताधारी पार्टी बीजेपी ने 40 सीटें जीतीं, कांग्रेस ने 31 सीटें, जेजेपी ने 10 और अन्य ने 9 सीटें हासिल की थी। जिसके बाद बीजेपी और जेजेपी ने आपस में गठबंधन किया और राज्य में सीएम मनोहर लाल के नेतृत्व में गठबंधित सरकार चलाई। इस दौरान जेजेपी प्रधान महासचिव दुष्यंत चौटाला हरियाणा के डिप्टी सीएम रहे।

लेकिन यह गठबंधित सरकार इस साल लोकसभा चुनाव से पहले बिखर गई। 12 मार्च को बीजेपी ने जेजेपी से गठबंधन तोड़ लिया और इसके साथ ही मनोहर लाल खट्टर ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद उसी दिन नायब सिंह सैनी ने सरकार बनाने के लिए तय विधायकों की संख्या के हरियाणा के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। इस समय नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में हरियाणा में बीजेपी सरकार है। वहीं इस बार के हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में बीजेपी कांग्रेस, जेजेपी और आप के बीच चौतरफा मुकाबला होने की संभावना है। उधर इनेलो भी इस बार पूरी दमखम के साथ मैदान में है।

इनेलो और मायावती की बीएसपी पार्टी गठबंधन के साथ चुनाव मैदान में उतरे हैं। इस बार देखना यह होगा हरियाणा की जनता किस पार्टी को सत्ता में बैठाती है। ज्ञात रहे कि, हरियाणा लोकसभा चुनाव में बीजेपी को बड़ा झटका लग चुका है। 2019 के लोकसभा चुनाव में जहां बीजेपी ने राज्य की सभी 10 लोकसभा सीटें जीतीं थीं तो वहीं 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 5 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा। ये सीटें कांग्रेस के खाते में गईं। जिसे 2019 में एक भी लोकसभा सीट नहीं मिली थी।